इंटरनेट का उपयोग हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। हम इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइटों पर समय व्यतीत करते हैं और अधिकांश कार्य ऑनलाइन होते हैं। लेकिन, इसमें कई सुरक्षा समस्याएं भी होती हैं। इनमें से एक बड़ी समस्या है "फिशिंग"।
फिशिंग एक आम साइबर अपराध है, जिसमें अपराधी व्यक्ति अनजाने लोगों से उनकी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी को चुरा लेते हैं। यह फिशिंग हमेशा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के जरिए होता है। अपराधी व्यक्ति अपनी फेक वेबसाइट के माध्यम से लोगों से जानकारी चुरा लेते हैं। फिशिंग अपराध के लक्षणों के बारे में जानें और इससे कैसे बचा जा सकता है:
1.फेक वेबसाइट: फिशिंग अपराधियों द्वारा अक्सर फेक वेबसाइट बनाई जाती है, जो असली वेबसाइट की तरह लगती है। यह वेबसाइट इस्तेमाल करके अपराधी व्यक्ति लोगों से जानकारी चुरा लेते हैं।
2.आश्वस्त करने के नाम पर जानकारी चुराना: अपराधियों द्वारा आपको एक ई-मेल भेजा जाता है जिसमें आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि आपके यूज़रनेम और पासवर्ड आदि पूछी जाती है।
3.टेक्स्ट संदेश: अधिकांश फिशिंग अपराध टेक्स्ट संदेशों के माध्यम से किए जाते हैं। इन संदेशों में आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि बैंकिंग या अन्य खातों के लिए पासवर्ड और यूजरनेम जैसी जानकारी पूछी जाती है।
फिशिंग से बचाव के लिए कुछ उपाय हैं। आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसे कि आपको अनजाने ईमेल अथवा संदेशों को ओपन नहीं करना चाहिए जो आपको संदिग्ध लगते हैं। अगर कोई अनजान वेबसाइट आपको आपकी जानकारी देने के लिए कहती है तो आपको इसे अनदेखा करना चाहिए। आपको सभी अकाउंट्स में अलग-अलग पासवर्ड रखना चाहिए और न केवल अल्प समय के लिए बल्कि नियमित अंतराल पर उन्हें बदलना भी चाहिए। आपको अपनी निजी जानकारी को संरक्षित रखने के लिए विश्वसनीय सुरक्षा सॉफ्टवेयर का उपयोग करना चाहिए।
फिशिंग एक बहुत ही सामान्य और आम समस्या होती है। इस समस्या से बचाव के लिए आपको सतर्क रहना होगा और अपनी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम उठाने होंगे। इसे समझना और इससे बचना हमारी जिम्मेदारी होती है।
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